दोस्तो आज हमलोग व्याकरण का महत्वपूर्ण भाग लिंग(ling in hindi) के बारे में जानेंगे। अगर आप लिंग के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े, इस लेख में लिंग की परिभाषा , उसके भाग और नियम को उदाहरण के साथ समझाया गया है।
लिंग (ling )किसे कहते हैं?
लिंग का शाब्दिक अर्थ चिन्ह या निशान होता है। संज्ञाओं के जिस रूप से उसकी पुरुष जाति या स्त्री जाति का पता चलता है , उसे लिंग कहा जाता है।
हिंदी भाषा में संज्ञा शब्दो के लिंग का प्रभाव उसके विशेषण और क्रियाओं पर पड़ता है।
• गाय दूध देती है।
• सोनिया गांधी करोड़ों का घोटाला की है।
• बैल गाड़ी खींचता है।
लिंग(ling ) दो प्रकार के होते है।
• पुल्लिंग
• स्त्रीलिंग
पुल्लिंग से पुरूष जाति और स्त्रीलिंग से स्त्री जाति का बोध होता है।
लिंग निर्धारित करने के नियम ।
• भाव वाचक संज्ञा में त्व , पा , पन प्रत्यय जुड़े शब्द पुल्लिंग और ता , आस , अट ,आई , ई प्रतत्य से जुड़े शब्द स्त्रीलिंग है। जैसे_
पुल्लिंग बचपन , बुढ़ापा , लड़कपन मनुष्यत्व आदि।
स्त्रीलिंग मिठास , लड़ाई , प्यास , बढ़ाई, दूरी , बनावट आदि।
• संस्कृत से परिवर्तित होकर आए अ , इ , उ प्रत्ययांत प्राय पुल्लिंग होते है। जैसे_
जगत , मन ,जीत , चित्र , पल , जंतु , कर्म संत , मुनि , काव्य आदि।
• प्राणिवाचक जोड़ी के अलावा इकारान्त शब्द प्राय: स्त्री होते है। जैसे_
कली , जाली , धरती , नारी , वर्दी , गरमी आदि।

• जिन शब्दों के अन्त में त्र , न , ख , ज , आय , आर हो वे प्राय: पुल्लिंग होते हैं। जैसे_
हरण , प्रकार , प्रचार , अधिकार , विचार , आचार , आकर , भोजन , पालन आदि ।
• संज्ञाओं के अन्त में ख , आई , हट , वट , ता आदि शब्द होते है तो प्राय स्त्रीलिंग होते है। जैसे_
राख , बुराई , गहराई , सच्चाई , रुकावट , सत्ता , थकावट आदि।
• उर्दू के प्राय त अन्त वाली संज्ञाए प्राय स्त्रीलिंग होते हैं जैसे_
कयामत , नजाकत , किल्लत , महोब्बत , शोहरत आदि।
• कुछ उभयलिंगी शब्द , जिनका प्रयोग दोनो लिंगो में होता है। जैसे_
पुल्लिंग स्त्रीलिंग
वायु बहता है। वायु बहती है।
मेरा कलम अच्छा है। मेरी कलम अच्छी है।
तार आया है। तार आई है।
• कुछ प्राणिवाचक शब्द जिनका प्रयोग सिर्फ स्त्रीलिंग में ही होता है। जैसे_
औलाद , सती , पुलिस , सरकार , फौज आदि।
• पर्वतों, समय , हिंदी महीनों , दिनों ,देशों , विभागों , ग्रहों , नक्षत्रों आदि का नाम पुलिंग होते हैं।जैसे_
भारत , मंगल , महासागर , हिमालय , शनिवार , चैत्र आदि।
• ब्रह्मपुत्र, सिंधु और सोन को छोड़कर सभी नदियों के नाम का प्रयोग स्त्रीलिंग में होता है।जैसे_
यमुना , कोशी , कृष्णा , कावेरी आदि।
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