दोस्तो इस लेख में हमलोग उपसर्ग के बारे में जानेंगे। पुगार क्या है? इसके क्या नियम है और उदाहरण ।
उपसर्ग क्या है?
उपसर्ग के उप शब्द का अर्थ है। समीप या निकट और सर्ग का अर्थ है। सृष्टि करना ।
उपसर्ग वह शब्दांश या अव्यय है, जो किसी शब्द के आरंभ में जुड़कर नए शब्द का निर्माण करते है।
जैसे_ नीचे की शब्दो में प्र शब्द जुड़ कर नए शब्द का निर्माण करते हैं।
प्रबल = प्र + बल
प्रचार = प्र + चार
प्रमाण = प्र + मान
प्रताप = प्र + ताप
उपसर्ग की विशेषता
• शब्द के अर्थ में विशेषता लाना। जैसे_
प्रचार = प्र + चार
अनुशासन = अनु + शासन
• शब्द के अर्थ को बदलना ।
आहार = आ + हार
उपहार = उप + हार
• किसी शब्द के अर्थ के इर्द गिर्द अर्थ निकालना।
परिभ्रमण = परी + भ्रमन
प्रतिदिन = प्रति + दिन

प्र | प्रबल , प्रलाप , प्रदान ,प्रचार |
परा | पराजय , पराक्रम , परामर्श , |
अप | अपमान , अपकार , अपहरण , अपराध |
अनु | अनुवाद , अनुभव , अनुराग , अनुशासन |
अव | अवकाश , हीनता , पतन |
आ | आगमन , आकार , आहार |
अति | अत्याचार , अतिपात , अतिक्रमण |
परी | परिजन , परिमाण , |
अ | अछूता , अचते , अनमोल ,अनपढ़ |
नि | निडर , निकम्मा |
भर | भरपूर , भरसक |
कम | कमजोर |
खुस | खुशबू ,खुशहाल |
गैर | गैरहाजरी ,गैरकानून |
सर | सरताज , सरपंच |
हम | हमदर्द , हमसफ़र ,हमराज |
बे | बेईमान , बेबकूफ |
हम | हमदर्द , हमसफ़र |
हर | हररोज , हरदफा |
चिर | चिरकाल , चिरंजीब |
पुरस | पुरस्कार |
स | सदेह , सचेत |
पूरा | पुरातन , पुरातत्ब |
सत | सदाचार |