दोस्तो आज हमलोग जानेंगे कि वचन (vachan kise kahate hain) किसे कहते हैं ,कितने प्रकार के होते है? और इसके नियम के बारे में। अगर आप वचन के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
वचन किसे कहते हैं? (vachan )
जिस शब्द से एक या एक से अधिक वस्तु होने का बोध होता है। उसे वचन कहते है।
और
संज्ञा के जिन पदो से किसी वस्तु या व्यक्ति का एक या एक से अधिक होने का बोध होता है उसे वचन कहते हैं।
जैसे _
लड़को ने खेलने का समय माँगा ।
चांदनी रातें बड़ी खूबसूरत होती है।
लड़का बहुत साहसी था।
उपयुक्त उदाहरणों में लड़को , राते , लड़का शब्दो से एक और अनेक संख्याओं का बोध होता है ।
वचन दो प्रकार के होते हैं। (vachan ke prakar )
• एकवचन
• बहुवचन
एकवचन किसे कहते हैं?
जिन शब्दों से एक पदार्थ , व्यक्ति या वस्तु होने का बोध होता है उसे एकवचन कहते है।
जैसे_
लड़का , रात , फूल , लड़की , कुत्ता आदि।
बहुवचन किसे कहते हैं?
जिन शब्दों से किसी पदार्थ , व्यक्ति या वस्तु के एक या एक से अधिक होने का बोध होता है। उसे बहुवचन कहते है।
जैसे_
लड़के , लड़कियां , राते , कुत्ते आदि।
वचन की विधि
• निर्विभक्तिक रूप _ बिना कारक चिन्ह लगाए विभिन्न प्रत्ययो के योग से वचन रूप बनाए जाते हैं। जैसे_
लड़का + ए = लड़के
लड़की + यां = लड़कियां
रात + ऍ = राते
• सविभक्तिक रूप _ जब कारक चिन्ह के कारण ओ/यो प्रत्य्य लगाकर बहुवचन रूप बनाए जाते हैं। जैसे_
लड़का + ओ = लड़कों
लड़की + यो = लड़कियों
हाथी + यां = हाथियों

एकवचन से बहुवचन बनाने के नियम
• अकारात पुरलिंग संज्ञा में “आ” की जगह ” ए” की मात्रा लगाकर _
लड़का : लड़के
कुत्ता : कुत्ते
कपड़ा : कपड़े
छाता : छाते
• कुछ संज्ञा के वचनों में समान रूप होते हैं।
जैसे_ फूल , हाथी ।
• अकारान्त स्त्रीलिंग संख्याओं में ” ऍ ” मात्रा जोड़कर
जैसे _
रात : राते
माता : माताएं
बात : बाते
सभा : सभाएं
• इकारात में यां और इकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा में ” ई” को “इ” करके यां जोड़कर। जैसे_
तिथि : तिथियां
लड़की : लड़कियां
धोती : धोतियां
छड़ी : छड़िया
• उकरान्त स्त्रीलिंग संज्ञा में “ऍ” एवं ऊकारान्त में “ऊ” को “उ” कर “ऍ” लगाकर ।
जैसे_
वस्तु : वस्तुऍ
बहू : बहुऍ
बधू : बधूऍ
• “या” अन्तवाली स्त्रीलिंग संज्ञाओ में “या” के ऊपर चन्द्र बिंदु लगा कर।
जैसे_
चिड़िया : चिड़ियां
गुड़िया : गुड़ियां
बुढ़िया : बुढ़ियां
डिबिया : डिबियां
• गण , वृन्द , लोग , सब , जन आदि लगाकर भी कुछ संज्ञाए बहुवचन बनाई जाती है।
जैसे_
बालक : बालकगण
अध्यापक : अध्यापकवृन्द
ब्राह्मण : ब्राह्मणलोग
गुरु : गुरुजन
• आदरणीय व्यक्तियों के लिए बहुवचन क्रिया लगाई जाती है।
जैसे_
मेरे पिताजी आए है।
गुरुजी ऐसा कहते है की पेड़ पौधे हमारे मित्र है।
• द्रव्यवाचक संज्ञाओं के साथ बहुवचन का प्रयोग होता है।
जैसे_
लोहे कई प्रकार के होते है।
कोयले कई प्रकार के पाए जाते है।
• हर एक , प्रत्येक आदि का प्रयोग सदा एकवचन में होता है। जैसे_
आज हर कोई मानसिक रूप से बीमार दिखता है।
प्रत्येक व्यक्ति एक जैसा नहीं होता है।
• यदि आकारान्त पुरलिंग संज्ञा के बाद किसी कारक का चिन्ह आए तो वहां एक वचन अर्थ में भी वह संज्ञा आकार की एकार हो जाती है।
जैसे_
अमिताभ के बेटे की शादी ऐश्वर्या राय से हुई।
• कारक चिन्ह रहने पर पुरलिंग संज्ञाओं के पूर्ववर्ती आकारान्त विशेषण या क्रिया विशेषण का रूप एकारांत हो जाता है। जैसे_
मेरा छोटा भाई ने आपकी चर्चा की थी।
मेरे छोटे भाई ने आपकी चर्चा की थी।
• कुछ संख्याओं का प्रयोग बहुवचन में ही होता है
जैसे_
ये मेरे हस्ताक्षर है।
आजकल के लोग बड़ा स्वार्थी हुआ करते है।
उसकी अवस्था देख मेरे आंसू निकल गए।
हस्ताक्षर , प्राण , दर्शन , लोग , होश , आसू , दाम , बाल आदि।
• कुछ संज्ञाओं का प्रयोग एकवचन में ही होता है। जैसे_
मंदी से आम जनता बहुत परेशान है।
सोना बहुत मांग हो गया है।
ईश्वर तेरा भला करे।
बच्चो का खेल बड़ा निराला होता है।